बुधवार, 27 नवंबर 2024 को सोने की कीमतों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई है। इस गिरावट के चलते सोने की कीमतें खरीददारों और निवेशकों के लिए आकर्षक स्तर पर आ गई हैं। खासतौर पर 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने की कीमतों में उल्लेखनीय कमी देखने को मिली है। आइए, विस्तार से जानते हैं सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट के कारण और विशेषज्ञों की राय।
22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दाम
27 नवंबर को 22 कैरेट सोने का भाव लगभग 70,800 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है, जबकि 24 कैरेट सोना 77,300 रुपये के आसपास ट्रेड कर रहा है। देश के कई प्रमुख शहरों जैसे दिल्ली, मुंबई, जयपुर, लखनऊ और पटना में सोने की कीमतों में कल की तुलना में करीब 1,100 रुपये की गिरावट दर्ज की गई है।
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट | 24 कैरेट गोल्ड रेट |
---|---|---|
दिल्ली | 70,950 रुपये | 77,390 रुपये |
मुंबई | 70,800 रुपये | 77,240 रुपये |
जयपुर | 70,950 रुपये | 77,390 रुपये |
कोलकाता | 70,800 रुपये | 77,240 रुपये |
पटना | 72,050 रुपये | 77,290 रुपये |
बेंगलुरु | 70,800 रुपये | 77,240 रुपये |
चांदी की कीमतों में भी बड़ी गिरावट
सोने के साथ-साथ चांदी के भाव में भी गिरावट दर्ज की गई है। बुधवार को चांदी की कीमत में 2,000 रुपये की कमी आई, जिससे इसका भाव 89,500 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। एक दिन पहले चांदी 91,500 रुपये पर कारोबार कर रही थी।
चांदी की कीमतों में इस गिरावट से ज्वैलर्स और निवेशक दोनों को लाभ उठाने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट के कारण
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का प्रभाव
सोने और चांदी की कीमतों पर अंतरराष्ट्रीय बाजार की हलचल का सीधा असर पड़ता है। हाल ही में वैश्विक बाजार में भी सोने के भाव में कमी आई है, जिसके चलते भारत में भी कीमतें गिर रही हैं। - डॉलर की मजबूती
डॉलर के मजबूत होने से सोने की कीमतों में गिरावट देखी जाती है। डॉलर के मुकाबले रुपये में स्थिरता भी इस गिरावट का एक कारण है। - स्थानीय मांग में कमी
त्योहारी सीजन के बाद सोने की मांग में हल्की गिरावट देखी जा रही है, जो कीमतों में कमी का एक और प्रमुख कारण है। - टेंपररी करेक्शन
विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में यह गिरावट अस्थायी है। यह एक प्रकार का बाजार करेक्शन है, जहां कीमतें एक रेंज में बनी रहती हैं और छोटे उतार-चढ़ाव के बाद फिर से उछाल देखने को मिलता है।
विशेषज्ञों की राय: क्या आगे बढ़ेगी कीमत?
सोने की कीमतों में लगातार दो दिन की गिरावट के बावजूद, विशेषज्ञों का मानना है कि यह कमी अस्थायी है।
- दीर्घकालिक निवेश के लिए फायदेमंद: सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि 2025 तक सोने की कीमतों में अच्छा रिटर्न देखने को मिलेगा।
- बाजार का उतार-चढ़ाव सामान्य: सोने की कीमतें कुछ समय के लिए एक रेंज में कारोबार कर सकती हैं, लेकिन इसके बाद इसमें रैली आने की संभावना है।
खरीददारी का सही समय
सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट से यह समय निवेशकों और खरीददारों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। खासतौर पर शादी या अन्य विशेष आयोजनों के लिए सोना खरीदने वाले लोगों के लिए यह एक सुनहरा मौका है।
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भविष्य में सोने की कीमतें कैसी रहेंगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालिक दृष्टिकोण से सोने की कीमतें बढ़ेंगी।
- वैश्विक बाजार में स्थिरता आने और डॉलर की स्थिति बदलने पर सोने की कीमतों में उछाल संभव है।
- 2025 के अंत तक सोने की कीमतें अच्छा रिटर्न देने की संभावना जता रही हैं।
सोने और चांदी की कीमतों में आई गिरावट अस्थायी हो सकती है, लेकिन यह खरीददारी और निवेश का सही समय है।
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State employees will get a big gift in the New Year! DA may increase again, salary will rise- यदि आप शादी या अन्य किसी बड़े आयोजन के लिए सोने की खरीददारी करने की योजना बना रहे हैं, तो मौजूदा दामों पर खरीददारी करना फायदेमंद रहेगा।
- निवेशकों को भी इस मौके का लाभ उठाकर अपने पोर्टफोलियो में सोने को शामिल करना चाहिए।
सोने की कीमतें हमेशा स्थिर नहीं रहतीं। यह गिरावट एक अस्थायी अवसर है, जिसका सही उपयोग कर आप भविष्य में लाभ प्राप्त कर सकते हैं।